आखिरकार पाकिस्तान में जनरल राज खत्म हो गया। पाकिस्तान के राष्ट्रपति मुशर्रफ को हटना ही पड़ा। 18 अगस्त को राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होने इस्तीफा भी दे दिया। 75 मिनत के संबोधन में वो काफी भावुक दिखे।उन्होने कहा कि वो नहीं चाहते की इस टकराव में राष्ट्रपति पद की गरिमा को क्षति पहुंचे। परवेज़ मुशर्रफ़ ने कहा कि अपने पद पर रहते हुए उन्होंने अगर कोई ग़लतियाँ कीं है तो वे अंजाने में हुईं और अब वह अपना भविष्य जनता के हाथों में सौंपते है।मुशर्रफ़ का कहना था,'' मुझे चार्जशीट और महाभियोग की चिंता नहीं है क्योंकि कोई भी आरोप साबित नहीं हो सकता है।
ये अलग बात हैं कि मुशर्रफ ने 75 मिनत के अपने भाषण में नौ साल की उपलब्धियां ही गिनवाते नजर आए।अब प्रश्न ये है कि राष्ट्रपति मुषर्रफ ने इस्तीफा तो दे दिया मगर अब वो रहेंगे कहा अपने देश पाकिस्तान या अन्य किसी देश में.. ये तो आने वाले समय में ही पता चलेगा।कुछ राजनितिक मुशर्रफ के इस्तीफे को भारत- पाक रिस्ते से जोड़ते है, तो कुछ इसे पाकिस्तान का आंतरिक मामला मानते हैं।
1 comment:
आपकी भाषा शैली और ज्ञान को देखकर तो ये ही लगता है कि आप पीसी.आर में ना रहे कर EDITORIAL में होंना चाहिए था.......
धन्यवाद.....
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