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Monday, March 23, 2015

एक निर्भया- भारत की बेटी

भारत के इतिहास में जब भी देखा कुछ अलग सा नजर आया... हां आईने में कुछ तलाशने की जरुरत थी ठीक उसी समय संसद में राजनाथ सिंह को सांसदों को आश्वासन देते सुना, सुनने के बाद समझा की India’s daughter नाम कि एक Documentary film आ रही है.. जिसको रोकने के लिए राजनाथ बोल रहे थे तब मुझे पता चला कि BBC ने India’s daughter के नाम से 8 मार्च को documentary का प्रसारण करेगी जिसको सरकार रोकना चाहती है... मुझे लगा यस... वैरी गुड... है कोई सरकार... जो छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान रखती है। शाम हुआ और खबरियां चैनलों ने इस पर चर्चा शुरू की और देखते ही देखते बात सोशल मीडिया ने उस मुकाम पर पहुंचा दिया जहां हर एक बच्चा भी ये जान गया था कि 16 दिसंबर की रात निर्भया के साथ जो कुछ हुआ था उस पर एक फिल्म बन रही थी... जिसमें मुकेश सिंह ने कुछ ऐसी बातों को रखा जिसे सुन कर लोगों के रोए खड़ें हो गए ...। शायद इसलिए जावेद अख्तर ने कहा था कि इस फिल्म को लोगों के सामने आना चाहिए क्योंकि जो रेपिस्ट ने कहा है वही हमारे समाज का एक वर्ग भी बोलता है... चर्चा उस दिन की खत्म हो गई दूसरे दिन(04-03-15) भारतीय समय के अनुसार प्रात: 3:30am में बीबीसी ने फिल्म को प्रसारित कर दिया... भारत की बेटी पर बनी फिल्म रातों-रात बीबीसी कि टीआरपी बढ़ाने वाली थी इसी सोच को आगे लाते हुए इन्होंने इस फिल्म को प्रसारित कर दिया... भारत में इस फिल्म पर रोक लग गई...मगर लगभग लोगों ने ये फिल्म देखी क्योंकि ये फिल्म YouTube पर आ चुकी थी जिस पर भी ऱोक लगी... मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी.. कई जगहों पर लोगों ने इसे download  भी कर लिया था...
कुछ प्रश्न मेरे मन में आये उस फिल्म को देखने के बाद
1-                ये फिल्म काफी दिन से भारत में बन रही थी तब सरकार कहा सोई थी।
2-                जेल के अंदर कैसे इंटरव्यू लिया गया...और इतने नामी अपराधियों पर...
3-                आने वाले समय में क्या कोई जेलर या उससे संबंधीत व्यक्ति किसी पत्रकार पर विश्वास कर पाएगा और इंटरव्यू लेने देगा...
4-                YouTube को क्या भारतीय कानून का ज्ञान नहीं था जो उन्होंने इसको दिखाया...
5-                लड़की के माता पिता ने भी ये कहा कि हमें कोई दिक्कत नहीं कि ये फिल्म दिखाया जाए या नहीं दिखाया जाए मगर सवाल ये है कि अगर सरकार रोक रहीं है तो इसका प्रसारण नहीं होना चाहिए।
       अब भारत की बेटी पर टीआरपी का सौदा हो चुका है ऐसे में अब कुछ भी किया जाए कम होगा 16 दिसंबर 2012 का दिन कुछ सवाल उठाया था मगर कुछ नहीं हुआ 4 मार्च 2015 का प्रसारण भी कुछ  सवाल उठातें है जिसकों बारिकी से समझना होगा मुझे, आपको और सरकार को लेकिन होगा क्या ये सबको पता है
जय भारत !

जय भारतीय बेटियां???